श्री सत्यनारायण खारवाल का जन्म 15 जनवरी 1965 को ग्राम ताजपुरा तहसील सरवाड़ जिला अजमेर राजस्थान भारत देश में हुआ। वो बचपन से ही बड़े ही कर्मयोगी व्यक्तित्व के धनी है।
शुरू से ही उनके मन में कुछ ना कुछ करने की जिज्ञासा उत्पन्न होती रहती थी ।
शुरुआती दौर में कुछ दिन खेती-बाड़ी का कार्य करने के बाद संयोगवश उनके गांव के पास ही केकडी कस्बा में कोटा थर्मल से बिजली पहुंचाने के लिए पावर सब स्टेशन का कार्य यानी बिजली का पावर हाउस का निर्माण शुरू हो रहा था , जिज्ञासा वश श्री खारवाल ने वहां जाकर ठेकेदार से काम करने के लिए गुजारिश की तो ठेकेदार ने उन्हें कोटा से गए हुए आरसीसी का कार्य हेतु मिस्त्री के पास हेल्पर का कार्य दे दिया 2 साल तक रेगुलर 14 से 16 वर्ष की उम्र तक केकडी पावर हाउस का कार्य किया उसके बाद ठेकेदार के पास विश्वास जमने पर उन्हें मुंशी के कार्य हेतु नियुक्त किया । फिर श्री सत्यनारायण खारवाल ने पीछे मुड़ कर कभी नही देखा वो अपने नए कार्य आसींद भीलवाड़ा फिर वहां से उदयपुर, भवानी मंडी झालावाड़ और फिर 1986 में मैं खुद के कार्य तलाश के लिए कोटा आ गए।
1986 में कोटा आने पर श्री खारवाल को हमीद भाई अच्छे ठेकेदार मिल गए उनके साथ आरसीसी का कार्य करने लग गये । लेकिन उनका मन और कुछ बड़ा करने के लिए बार-बार ऊकसाता रहता था ततपश्चात उन्होंने खुद का निजी ठेकेदारी का कार्य शुरू किया की और सन 1998 तक वह कोटा के माने हुवे ठेकेदार बन गए।